बहुत दिनों बाद कल एक web series देखा जो 8 Episode में है। चुकी पत्रकारिता के छात्र हैं तो CRIME BEAT Web series देखना बनता है। महाशिवरात्रि की रात थी, पूरे रात में ही सीरीज को निपटा दिया। इसमें हूबहू वैसे ही बताया गया है, जैसे वास्तव में होता आया है। कहानी शुरू होती है ,एक नए प्रशिक्षु पत्रकार को किन मुश्किलों का सामना करना पड़ता है, ये बख़ूबी दिखाया गया है, ये web series आप को निराश नहीं करेंगी। एक नए प्रशिक्षु पत्रकार से जो नौकरी की तलाश में नए नए ख़बर लाता है और चीफ़ एडिटर उसे नकार देते हैं। वह अपनी नौकरी बचाने के लिए तरह तहर के पैंतरे आजमाता है,परन्तु पत्रकारिता उसका पैशन है, वो इसे छोड़ना भी नहीं चाहते। कहानी किसी तरह आगे बढ़ती है ,कई बार इलेक्ट्रॉनिक मीडियो और प्रिंट मिडिया में Why को खोजा जाता है, प्रिंट मिडिया क्यों ज़रूरी है, उस why को बताया गया है, इसमें जो जरूरी बातें बताई गई हैं, प्रशिक्षु पत्रकार कैसे By line के पिछे पागल रहते हैं, फ्रंट पेज पे कैसे खबर छपे , क्या खबर छपे, फ्रंट पेज ही ख़बर नहीं होता, जर्नलिज्म ऑफ एथिक्स, पत्रकार और PR में क्या अंतर है, इन सब बातों को बखूबी दिखाया और बताया गया है। मेरे पत्रकार साथी आप ने जो कक्षा में पढ़ा, ऑफिस में काम करते वक्त जो अनुभव किया, उसका सटीक चित्रण किया गया है। इसमें कई बातों को बारीकी से बताया गया है, जो क्लास में हमेशा बताया गया, एथिक्स ऑफ जर्नलिज्म, what is News, और भी बहुत कुछ।
आप सभी साथी के पास समय न हों तो समय निकाल ज़रूर देखिए।
Write a comment ...